रतलाम | 25-नवम्बर-2019 |
जिले के विकासखंड जावरा के ग्राम भीमाखेड़ी के रहने वाले किसान जगदीश माली भी किसान कल्याण कृषि विकास विभाग के सहयोग से बायोगैस लगाकर उसका लाभ उठा रहे हैं। अब उनके खेत में रासायनिक खाद की जरूरत आधी रह गई है क्योंकि बायोगैस से निकलने वाले जैविक खाद को खेतों में डालने से ज्यादा रासायनिक खाद की जरूरत नहीं पड़ रही है। इसके साथ ही जगदीश के खेतों का उत्पादन भी बढ़ा है और रासायनिक खाद पर लगने वाली राशि की बचत भी हो रही है। जगदीश ने बताया कि उसे ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री प्रकाश बैरागी द्वारा बायोगैस प्लांट लगाने की जानकारी दी गई थी। अधिकारी की सलाह पर जगदीश ने भीमाखेड़ी स्थित अपने खेत में बायोगैस प्लांट लगाया जिस पर 18 हजार रूपए का खर्च आया, इसमें 11 हजार 500 रूपए का शासकीय अनुदान मिला। जगदीश के पास 4 भैंसे तथा 2 गाय हैं, अपने मवेशियों से उसे प्रतिदिन लगभग 80 किलोग्राम गोबर मिलता है। गाय-भैंसों से प्राप्त गोबर बायोगैस प्लांट में डाला जाता है। बायोगैस स्लरी जो जैविक खाद होती है उसे खेत में डालने से जगदीश को खर-पतवारनाशक पेस्टिसाइड की भी बचत हो रही है। इस पर लगने वाला खर्च भी बचा है क्योंकि बायोगैस खाद खेत में डालने पर खरपतवार पैदा नहीं होता है। इसके साथ ही परिवार में बायोगैस द्वारा चूल्हे पर भोजन भी बना लिया जाता है इससे ईंधन के खर्च की भी बचत हो रही है। |
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