छतरपुर | 24-दिसम्बर-2019 |
कार्यक्रम के दौरान जीवन सुरक्षा के लिए स्थानीय संसाधनों से निर्माण किए जाने वाले रक्षक जैकेट और भूकम्प, भूस्खलन और आग जैसी आपदाओं में घायल हुए व्यक्तियों को अस्पताल से पूर्व चिकित्सा के बारे में बताया गया। इसके साथ ही आपदाओं में प्रयोग होने वाली रेस्क्यू तकनीक, फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने और प्राथमिक उपचार देने के बारे में बताया गया। उपस्थितजनों को प्राथमिक उपचार जैसे ड्रेसिंग बैंडेंज, खून का बहाव रोकने, फ्रैक्चर को स्टेबलाइज करने और सीपीआर के प्रयोग के बारे में भी जानकारी दी गई। |
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