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छ: वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले बच्चों की शैक्षणिक, सामाजिक, मानसिक, मनोवैज्ञानिक, सृजनात्मक प्रगति की जानकारी शिक्षकों के साथ साझा करेंगीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं

बैतूल | 


 

 

    जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री बीएल विश्नोई ने बताया कि बच्चों के सामाजिक, मनोवैज्ञानिक, मानसिक एवं सतत् विकास की अवधारणा को दृष्टिगत रखते हुए जिले के सभी 2347 आंगनबाड़ी केन्द्रों में 06 वर्ष तक की आयु पूर्ण करने वाले बच्चों की शैक्षणिक, सामाजिक, मनोवैज्ञानिक, मानसिक, भावनात्मक, रचनात्मक, कलात्मक विकास की जानकारी शिक्षा विभाग के साथ सतत् रूप से साझा करते हुए बच्चों का भविष्य निर्माण की पहल की जाना जरूरी है। समन्वय की अवधारणा को साकार रूप देने हेतु महिला एवं बाल विकास विभाग एवं शिक्षा विभाग का आपसी सहयोग आवश्यक है, इसकी मूर्त रूप में परिणिति जिले के बच्चों का बेहतर एवं उज्जवल भविष्य निर्धारित करेगी। जिले में कार्यरत 2347 आंगनबाड़ी केन्द्रों में वर्ष 2019-20 में 15746 बच्चे दर्ज हैं, जिन्हें वर्ष 2020-21 में विद्यालयों में प्रवेश दिया गया है।
    श्री विश्नोई ने बताया कि नन्हें-मुन्नों की शाला पूर्व प्रारंभिक शिक्षा के लिए शासन द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों का परिचालन किया जाता है। बच्चों के सामाजिक, मानसिक, मनोवैज्ञानिक, शैक्षणिक विकास की नींव आंगनबाड़ी केन्द्रों में रखी जाती है। छ: वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले बच्चों की शैक्षणिक, सामाजिक, मानसिक, मनोवैज्ञानिक, सृजनात्मक प्रगति की जानकारी जिले की समस्त 2347 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं, शिक्षकों के साथ साझा करेंगीं।
 



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