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इंदौर में भिक्षुको, बेसहारा, निराश्रित वृद्धजनो तथा अन्य असहाय व्यक्तियों के लिये लगाया गया स्वास्थ्य परीक्षण, उपचार व पुनर्वास शिविर - अभियान दीनबंधु संभागायुक्त डॉ. शर्मा और सांसद श्री लालवानी ने भिक्षुक, बेसहारा तथा निराश्रित वृद्धजनो से की चर्चा

 

इन्दौर |
      राज्य शासन द्वारा दिये गये निर्देशानुसार इंदौर में भिक्षुको, बेसहारा, निराश्रित वृद्धजनो तथा अन्य असहाय व्यक्तियों के लिये अभियान दीनबंधु प्रभावी रूप से चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आज स्वास्थ्य परीक्षण, उपचार एवं पुनर्वास शिविर श्री पंजाब अरोडवंशीय धर्मशाला साउथ तुकोगंज नाथ मंदिर के पास आयोजित किया गया। इस शिविर में सांसद श्री शंकर लालवानी तथा संभागायुक्त और नगर निगम प्रशासक डॉ. पवन कुमार शर्मा, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल विशेष रूप से मौजूद थे। शिविर में आए 15 महिला, 28 पुरूष सहित कुल 43 भिक्षुक, बेसहारा, निराश्रित वृद्धजनो को नहलाने, सेविंग, कटिंग, कपडे, मेडिकल चेकअप, भोजन, नाश्ता, चाय आदि की व्यवस्था की गई। 
      सांसद श्री शंकर लालवानी ने शिविर में आए भिक्षुक व बेसहारा वृद्धजनो से चर्चा की। उन्होंने चर्चा कर शिविर में आए भिुक्षक व बेसहारा वृद्धजनो की जानकारी ली। सांसद श्री लालवानी ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा देश के 10 शहरो को भिक्षुक मुक्त बनाने के क्रम में इंदौर को शमिल किया गया है। इसके पूर्व ही प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री जी द्वारा भिक्षावृत्ति रोकने के उददेश्य से कार्य योजना पर कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में इंदौर नगर निगम व एनजीओ संस्था के माध्यम से शहर में भिक्षुको/बेसहारा वृद्धजनो का सर्वे करने का अभियान चलाया गया और आज शिविर में ऐसे वृद्धजनो का मेडिकल चेकअप किया जाकर उनके साथ काउसिलिंग की जा रही है। इंदौर को भिक्षुक मुक्त बनाने के लिये कार्य किया जा रहा है।
      संभागायुक्त व निगम प्रशासक डॉ. पवनकुमार शर्मा ने दीनबंधु स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में आये लोगों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा पूर्व से ही दीनबंधु योजना के माध्यम से भिक्षावृत्ति रोकने के उददेश्य से कार्य किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत निगम व एनजीओ के प्रतिनिधियों द्वारा शहर के विभिन्न स्थानो से भिक्षुक व बेसहारा वृद्धजनो का सर्वे किया जाकर इस शिविर में लाया गया है। इस शिविर के प्रथम चरण में भिक्षुक व बेसहारा वृद्धजनो का सर्वे कर यहां शिविर में लाकर उन्हें नहलाया गया, सेविंग व कटिंग कराई गई। आवश्यक होने पर मेडिकल चेकअप व उपचार हेतु अरविंदो हॉस्पिटल भेजा जायेगा। लेकिन इस योजना के द्वितीय चरण में ऐसे भिक्षुको व वृद्धजनो की काउसलिंग करना बहुत ही कठिन काम है, इनके साथ ही इनके परिवारो की भी काउसलिंग करना है, साथ ही काउसलिंग उपरांत यदि भिक्षुक व बेसहारा वृद्धजन अपने परिवार में जाना चाहते है तो उन्हे उनके घर भेजने के बाद वह उस घर में रह रहे है या नही इसका भी एनजीओ के माध्यम से ध्यान रखना होगा ।   
      आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल ने कहा कि नगर निगम इंदौर भिक्षुको के स्वास्थ्य परीक्षण उपरांत इनके पुनर्वास के लिये भी कार्य कर रहा है। शहर में फुटपाथ व रोड किनारे व अन्य स्थानो पर रह रहे बेसहारा, भिक्षुक वृद्धजनो को यहां लाया गया है। इसमें 15 महिला तथा 28 पुरूष सहित कुल 43 भिक्षुक, बेसहारा, निराश्रित वृद्धजनो को नहलाने, सेविंग, कटिंग, कपडे, मेडिकल चेकअप, भोजन, नाश्ता, चाय की व्यवस्था की गई। अरविंदो हॉस्पिटल की 8 सदस्यी मेडिकल टीम के माध्यम से शिविर में आए बेसहारा वृद्धजनो की शुगर, बीपी व अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिनमें से 10 ऐसे वृद्धजन जिनको उपचार की आवश्यकता थी उन्हे अरविंदो हॉस्पिटल भेजा गया। शिविर में आए 03 मानसिक रोगियों को बाणगंगा स्थित मनोरोग चिकित्सालय में शिफ्ट किया गया। 
      आयुक्त सुश्री पाल ने कहा कि दीनबंधु योजना अंतर्गत भिक्षुक व बेसहारा वृद्धजनो के स्वास्थ्य परीक्षण व उपचार उपरांत आयोजित काउसलिंग कि जा रही है, इस शिविर का उददेश्य शहरी सीमा में रहने वाले असहाय, बेसहारा वृद्धजनो व दिव्यांगजन दयनीय स्थिति में ना रहे और उनका उचित पुनर्वास किया जा सके, इसके लिये शिविर में वृद्धजनो व उनके परिवार वालो की एनजीओ द्वारा काउसलिंग की जाएगी और परिवार व वृद्धजनो के मध्य समन्वय कर उनका पुनर्वास करना है। 
      उक्त शिविर में एनजीओ संस्थान परम पुज्य रक्षक आदिनाथ वेलफेयर एंड एजुकेशन सोसायटी संस्थान, गोल्ड क्वाईन सेवा ट्रस्ट, निराश्रित सेवाश्रम द्वारा शहर के चिंहाकित स्थानो से आश्रितो को सुचारू व व्यवस्थित रूप से शिविर स्थल पर लाया गया तथा शिविर में अरविंदो हॉस्पिटल के  माध्यम से 5 डॉक्टर व 3 नर्सिंग स्टाफ उपलब्ध कराया गया है जिनके द्वारा आश्रितो का स्वास्थ्य परीक्षण, उपचार किया गया। 
      शिविर में आश्रितो को रखने के पश्चात उनके पुनर्वास या वृद्धाश्रम व्यवस्थापन का भी कार्य एनजीओ संस्थान द्वारा काउसलिंग कि जा रही है। शिविर में 3 एनजीओ संस्था द्वारा सहयोग सहयोग किया जा रहा है, सहयोग करने वाले प्रत्येक एनजीओ संस्था को निगम की ओर से आश्रितो को लाने के लिये एक-एक एम्बुलेंस व एक-एक जीप वाहन उपलब्ध कराया गया है।  उक्त वाहनो से एनजीओ संस्थान के प्रतिनिधि आश्रितो को शिविर में लाने का कार्य कर रहे है। शिविर में आने वाले आश्रितो की शेविंग व कटिंग का कार्य इंदौर बारबर एसोसिएशन के माध्यम से किया जा रहा है।

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