ग्वालियर | 23-दिसम्बर-2019 |
प्रदेश के पशुपालन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री श्री लाखन सिंह यादव ने कहा है कि निराश्रित गौवंश को व्यवस्थित रूप से रखने के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है। प्रदेश भर में एक हजार गौशालाओं का निर्माण तेजी के साथ किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रदेश के कई जिलों में गौ अभ्यारण्य भी बनाए जा रहे हैं। मंत्री श्री लाखन सिंह ने सोमवार को ग्वालियर में विकसित किए जाने वाले गौ अभ्यारण्य का स्थल निरीक्षण करते हुए यह बात कही। ग्वालियर जिले के बरई के समीप नौलंदा ताल की लगभग 500 बीघा शासकीय भूमि पर गौ अभ्यारण्य बनाने का प्रस्ताव है। जिला प्रशासन द्वारा इसके लिए भूमि चिन्हित की गई है। पशुपालन मंत्री श्री लाखन सिंह ने सोमवार को कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी, पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भसीन, नगर निगम आयुक्त श्री संदीप माकिन, सीईओ जिला पंचायत श्री शिवम वर्मा एवं विभागीय अधिकारियों के साथ नौलंदा ताल का स्थल निरीक्षण किया। पशुपालन मंत्री श्री लाखन सिंह यादव ने नौलंदा ताल की भूमि का निरीक्षण करने के उपरांत कहा कि गौ अभ्यारण्य के लिए यह स्थान उपयुक्त है। यहां पर निराश्रित गायों के लिए पर्याप्त पानी भी उपलब्ध है। इसके साथ ही प्राकृतिक रूप से भी गायों के लिए यह स्थान उपयोगी है। यहां पर ग्वालियर जिले का एक बड़ा गौ अभ्यारण्य बनाया जाए, ताकि ग्वालियर नगर निगम की लाल टिपारा एवं मार्क हॉस्पिटल पर स्थित अस्थाई गौशाला के निराश्रित जानवरों को गौ अभ्यारण्य में व्यवस्थित रूप से रखा जा सके। पशुपालन मंत्री श्री लाखन सिंह ने कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी से यह भी कहा कि नौलंदा ताल की भूमि के संबंध में स्थानीय लोगों के जो न्यायालय में प्रकरण प्रचलित हैं, उसके निराकरण की पहल करें, ताकि न्यायालय के निराकरण के पश्चात नौलंदा ताल की शासकीय भूमि पर व्यवस्थित गौ अभ्यारण्य का निर्माण किया जा सके। पशुपालन मंत्री श्री यादव ने इस मौके पर यह भी उल्लेख किया कि प्रदेश में एक हजार गौशालाओं का निर्माण किया जा रहा है जो शीघ्र पूर्ण हो जायेंगीं। इसके साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने प्रदेश में 3 हजार और गौशालाओं के निर्माण की मंजूरी प्रदान की है। जिसका निर्माण भी शीघ्र प्रारंभ होगा। प्रदेश के कई जिलो में गौ अभ्यारण्य बनाने का भी प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आने वाले दिनों में शतप्रतिशत निराश्रित गौवंश को संरक्षित करने का कार्य प्रदेश सरकार करेगी। कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने कहा कि गौ अभ्यारण्य के लिए नौलंदा ताल की 500 बीघा जमीन जो शासकीय है, का चिन्हांकन किया गया है। भूमि के संबंध में जो भी वाद न्यायालय में प्रचलित है उसके संबंध में प्रशासन तत्परता से पहल कर निराकरण का प्रयास करेगा। ताकि न्यायालयीन प्रकरण का निराकरण होने के पश्चात व्यवस्थित रूप से गौ अभ्यारण्य का निर्माण किया जा सके। मंत्री श्री लाखन सिंह एवं अधिकारियों ने नौलंदा ताल की भूमि के निरीक्षण के साथ-साथ स्थल पर उपलब्ध कुँए, बावड़ी एवं अन्य संसाधनो का भी अवलोकन किया। |
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