जबलपुर | |
कोरोना पॉजिटिव पाये गये मरीजों के निवास क्षेत्रों में बनाये गये कंटेनमेंट जोन में अब और ज्यादा सख्ती बरती जायेगी। कलेक्टर भरत यादव ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि जबलपुर शहर में बनाये गये कंटेनमेंट जोन की मॉनीटरिंग व्यवस्था को सख्त बनाने इन्हें ज्यादा व्यवस्थित किया गया है। यहां रह रहे लोगों का घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है और स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। कंटेनमेंट क्षेत्रों से बड़ी संख्या में सेम्पल भी लिये जा रहे हैं। श्री यादव ने कहा कि जबलपुर शहर में बनाये गये कंटेनमेंट क्षेत्र में सिविल लाइंस कंटेनमेंट एरिया को अब हटा लिया गया है। उन्होंने बताया कि सुहागी, करमेता और फुहारा सहित सभी कंटेनमेंट एरिया में घर-घर सर्वे का काम एक-दो दिन के भीतर पूरा कर लिया जायेगा। कंटेनमेंट एरिया में पॉजिटिव लोगों के कांटेक्ट में आये लोगों तथा होम क्वारेंटाइन में रह रहे लोगों की मेपिंग भी की जा रही है। ताकि नजर रखी जा सके कि ये लोग कहां रह रहे हैं। स्मार्ट सिटी द्वारा तैयार किये गये जेएसएस कोविड-19 ऑनलाइन पोर्टल पर तैयार हीटमेप पर भी इनके बारे में जानकारी ली जा सकेगी। श्री यादव ने कहा कि कंटेनमेंट एरिया में लोगों के मूवमेंट को पूरी तरह रोका गया है। उन्हें दैनिक आवश्यकता की वस्तुयें घरों पर ही पहुंचाई जा रही हैं। श्री यादव ने बताया कि जबलपुर शहर में सतर्कता के बतौर होम डिलेवरी में लगे लोगों और हाथ ठेला पर घर-घर सब्जी-फल बेचने वालों का भी स्वास्थ्य परीक्षण कराया जायेगा। उनहोंने बताया कि इसके अलावा जिले के कटंगी-मझौली जैसे सभी ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर सर्वे का काम किया जा रहा है। ऐसे क्षेत्रों में भी सेम्पल लिये जा रहे हैं और उनका परीक्षण किया जा रहा है ताकि यह जाना जा सके कि कोरोना वायरस संक्रमण ग्रामीण क्षेत्रों में तो नहीं फैल रहा है। कलेक्टर ने लॉकडाउन के दौरान गरीबों एवं बेसहारा लोगों को भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था को और बेहतर बनाये जाने के प्रयासों की जानकारी देते हुए तिलहरी में एक स्वयंसेवी संगठन द्वारा स्थानीय लोगों के सहयोग से बनाई गई गोकुल रसोई की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह का प्रयोग अन्य क्षेत्रों में किया जायेगा ताकि लोगों को ताजा भोजन मिल सके। |
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